1. जब रात को सियार बोल रहा हो, तब अगर आप मुट्ठी बंद कर लो, तो वह बोलना बंद कर देगा। ऐसी मान्यता है की मुट्ठी बंद करने से उसका गला हाथ की जकड में आ जाता है और इसलिये वो बोल नहीं पता।

  2. खाने के बाद ऐढााना (किसी के शरीर को खींचने की क्रिया) नहीं करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है की ऐसा करने से सारा भोजन कुत्ते के पेट में चला जाएगा और आपको कोई ऊर्जा नहीं मिलेगी।

  3. अगर कोई आदमी 7 दिन लगातर आधी रात को इमली के पेड़ के नीचे दीपक जलाये तो आखिरी दिन जमीन फटेगी और हाड़ा (आमतौर पर पीतल से बने मटके के आकार का एक बड़ा बर्तन) निकलेगा। हाड़ा में बड़ी मात्रा में धन होगा।

  4. चुड़ैल के पाव उल्टे होते हैं। भयार भूतनी की एक किस्म है जो एक औरत मरने के बाद बनती है। यदि आपको किसी तरह उसके बाल मिल गए, तो वह आपके पूर्ण नियंत्रण में होगी और आपके सभी आदेशों का पालन करेगी।

  5. अगर ओलों के साथ भारी बारिश हो रही है तो मूसर(लंबा, मोटा डंडा जिससे ओखल में डाले हुए धान आदि को कूटते हैं ) को आंगन में फेंक दें। इससे कुछ समय बाद ओले पड़ना बंद हो जाएगा।

  6. अपने नए गिरे हुए दांतों को थोड़े से चावल के साथ चूहे के छेद में रखें। चूहा दांत ले जाएगा और बदले में जल्द ही आप अपने मुंह में एक नया दांत प्राप्त करेंगे।

  7. यदि आप अरुआ (एक निशाचर पक्षी) पर एक पत्थर फेंकते हैं, तो वह उसे पकड़ कर नदी में फेंक देगा। जैसे जैसे पत्थर पानी में घुलेगा, वैसा ही आपका शरीर भी घुलेगा। (आपका स्वास्थ्य खराब होगा और शरीर कामजोर)। इस पक्षी को लुआठ (आधा जला हुआ लकड़ी का टुकड़ा) दिखा कर डराना चाहिए।

  8. बड़ी मात्रा में टिकोरी (छोटे कच्चे आम) खाने से विनाश फूट सकता है। विनाश फूटने का मतलब नाक से खून बहना । इसे ठीक करने का तरीका है: पीठ के बल लेटाकर कंडा (सूखा हुआ गोबर) सुघाना।

  9. तुलसी को रात में नहीं छूना चाहिए क्योंकि तुलसी विष्णु की पत्नी है और रात में उसे छूना देवी का अपमान है। कच्चे आम का रस रात को खाने से कुछ दिनों तक पैरों में तेज दर्द रहता है। रात में मट्ठा खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह ठंडा होता है।